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Showing posts from July, 2019

Pasand Karta Hu | Desh Kumar |

नाश्ते में अंडा और पानी ठंडा पसंद करता हूं, जो हर बात में सिर्फ हां ना करे वो बन्दा पसंद करता हूं। उछाल के कीचड़ जो तुम हंस रहे हो तुम्हे नहीं मालूम मैं लिबास गन्दा पसंद करता हूं। ज़रा सा पैसा भी मेरी आवाज़ में बोलने ना लग जाए इसलिए भी मैं काम में मंदा पसंद करता हूं। तुम्हें महंगे होटलों के छप्पन भोग भाते होंगे मैं तो चांदी की थाली में भी चार रोटी एक सब्जी और आधा कांदा पसंद करता हूं। वो जितनी बार मांगने आते हैं मैं हर बार मना कर देता हूं अगर मंदिर का भिखारी नंगा ना मिले तो रोज़ का भी देना चंदा पसंद करता हूं। अगर मुझको दूर जाने से रोकती है ये गले की रस्सी तो सच बताऊं तो मैं रिश्तों का ये फंदा पसंद करता हूं। मेरे सामने तो तेरी घर से दूर जाने की बहस ही गलत है मैं तो अभी तक मां के हाथ से बना आटे का मामा चन्दा पसंद करता हूं। खुद ही निकल आतें हैं उसको देख कर मेरे आंसू भी जान गए मैं कोन सा कंधा पसंद करता हूं। तू मुझे मत बता की उसे मेरा प्यार नहीं दिखता हां...! वो शक़्स अंधा है और मैं वो अंधा पसंद करता हूं।। _देश कुमार ____++++____ Nashte me anda or pani th

Tere Us Aashiq Ka Kya Hua | Desh Kumar |

मंज़िल इतनी हसीन है तो रास्ता क्या होगा, सफर में हर कोई उसका दीवाना मिलता होगा, हम जो तुमको पाने का सोचते रहते हैं अगर तुमको पा लिया तो क्या होगा? सुना है तुमने किसी से दिल लगाया है और वो पागल इसे इश्क़ समझता होगा, ये जो उसका नाम लेकर बातें बनाते हैं बेहतर है खुद सुधर जायें तो अच्छा होगा, सालों बाद आज मेरा हाल पूछने आया है मेरा ये दोस्त कल जरूर तुमसे मिला होगा, पूछती है सहेलियां "तेरे उस आशिक़ का क्या हुआ?" वो...!  वो तो बोहोत पागल था अबतक मर चुका होगा, शाम के बाद आखिर कितना इंतजार करता वो चूजा चहचाकर भूखा ही सो गया होगा, बच्चों के लिए नये कपड़े खरीद के लाया है आज वो खुद अपनी पैन्ट रफू करवा कर आया होगा, तुम्हारे गांव में से कल एक शक्स को निकाल दिया देश? मुझको तो मालूम नहीं पर जरूर कोई बूढ़ा होगा।। _देश कुमार ___---___ Manzil itni haseen hai to rasta kya hoga Safar me har koi uska diwana milta hoga.. Hum jo tumko pane ksbsochte rhte hai Agar tumko pa liya to kya hoga?.. Suna hai tumne kisi se dil lgaya hai Aur wo pagal ise ishq samjhta hoga.. Ye jo tu

Usko Meri Yaad To Aati Hogi | Desh Kumar |

उसको मेरी याद तो आती होगी मेरी याद में फिर कुछ गुनगुनाती होती, थोड़ा खुद को थोड़ा मुझको कोस कर तकिये से लिपट कर सो जाती होगी, ख़्वाब में मुझसे मिलने का वक़्त लेकर सुबह सुबह जल्दी उठ जाती होगी, मेरे ख्यालों को दिल से हटाने के लिए मम्मी के हर काम में हाथ बंटाती होगी, मां तो मां है जान लेती है सब कुछ बेशक वो झूठा बहाना बनाती होगी, ज़िन्दगी की डोर हमारे हाथ में नहीं उसकी मम्मी उसे प्यार से समझाती होगी, रिश्ते भी आते होंगे उसको बोहोत हर एक की तस्वीर में मेरी शक्लें बनाती होगी, नज़रें बचाकर मेरे ख़्वाब में आकर बैठकर निहार कर चूमकर चली जाती होगी, एक तरफ तू मरने की बात करता है देश एक तरफ वो तेरी उम्र बढ़ाती होगी।। _देश कुमार ___++___ Usko meri yaad to aati hogi Meri yaad me fir kuch gungunati hogi.. Thoda khud ko thoda mujhko kos kr Takiye se lipat kr so jati hogi.. Khwab me mujhse milne ka waqt lekar Subha Subha jaldi uth jati hogi.. Mere khyalo ko dil se hatane ke liye Mummy ke har kaam me hath btati hogi.. Maa to maa hai jan leti hai sb kuch Beshak wo jo