Pasand Karta Hu | Desh Kumar |
नाश्ते में अंडा और पानी ठंडा पसंद करता हूं, जो हर बात में सिर्फ हां ना करे वो बन्दा पसंद करता हूं। उछाल के कीचड़ जो तुम हंस रहे हो तुम्हे नहीं मालूम मैं लिबास गन्दा पसंद करता हूं। ज़रा सा पैसा भी मेरी आवाज़ में बोलने ना लग जाए इसलिए भी मैं काम में मंदा पसंद करता हूं। तुम्हें महंगे होटलों के छप्पन भोग भाते होंगे मैं तो चांदी की थाली में भी चार रोटी एक सब्जी और आधा कांदा पसंद करता हूं। वो जितनी बार मांगने आते हैं मैं हर बार मना कर देता हूं अगर मंदिर का भिखारी नंगा ना मिले तो रोज़ का भी देना चंदा पसंद करता हूं। अगर मुझको दूर जाने से रोकती है ये गले की रस्सी तो सच बताऊं तो मैं रिश्तों का ये फंदा पसंद करता हूं। मेरे सामने तो तेरी घर से दूर जाने की बहस ही गलत है मैं तो अभी तक मां के हाथ से बना आटे का मामा चन्दा पसंद करता हूं। खुद ही निकल आतें हैं उसको देख कर मेरे आंसू भी जान गए मैं कोन सा कंधा पसंद करता हूं। तू मुझे मत बता की उसे मेरा प्यार नहीं दिखता हां...! वो शक़्स अंधा है और मैं वो अंधा पसंद करता हूं।। _देश कुमार ____++++____ Nashte me anda or pani th