Posts

Showing posts from February, 2023

Usey Khabar Hi Nhi Hai | Desh Kumar | Ek Shayar |

उसे खबर ही नहीं है कि कितने ही लोग उसे दिल से लगाके बैठे हैं उसकी कही बातों को सोच सोच मुस्कुरा रहे हैं आईने मे देख के दोरहा रहे हैं रात रात भर सो नहीं पा रहे हैं उसे खबर ही नहीं है कि उसका ख्याल आने पे देर रात को उसकी पसंद की ब्लैक शर्ट पहनकर उससे मिलने की रिहर्सल हो रही है और वो इन सबसे बेखबर  अपने कमरे में सो रही है। देश कुमार Use khabar hi nahi hai ki Kitne hi log use dil se lgake baithe hai Uski kahi baaton ko soch soch muskura rahe rahe hai Aaine me dekh ke dohra rhe hai Raat raat bhar so nhi pa rhe hai Use khabar hi nahi hai ki Uska khyal aane pe der raat ko Uski pasand ki black shirt pahankar Usse milne ki rehearsal ho Rahi hai Aur wo in sbse bekhabar apne kamre me so rahi hai Desh Kumar 

Uska Green Suit | Desh Kumar| Ek Shayar |

उसकी DP का जो सूट हरा है, उसने दिल पे ऐसा जादू करा है। इस हद तक वो मुझमें आया है, आंखो आंखो तक पानी भरा है। उससे हो कर के नाराज मैने, हमेशा खुद से ही गुस्सा करा है। उसका दिया गुलाब तो सूख गया, उसका दिया ज़ख्म हरा है।। देश कुमार